- Abhishek
Narazgi Ka Natak Karne Ka Tumhe
नाराज़गी का नाटक करने का तुम्हे मुझसे क्या जरुरत है,
हिम्मत है तो ऐसा बोलो कि अब तेरी मुझे नहीं जरुरत है। 😶😔
Narazgi ka natak karne ka tumhe mujhse kya jarurat hai,
himmat hai to aisa bolo ki ab teri mujhe nahi jarurat 😶😔
मुझे तुमसे ज़िन्दगी में अब और कोई शिकवा नहीं रहेगा,
दिल क्यों तुमसे लगाया मैंने बस इसका पछतावा रहेगा। 🙁😒
Mujhe tumse zindagi mein ab aur koi shikwa nahi rahega,
dil kyon tumse lagaya maine bas iska pachhtava rahega. 🙁😒
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भुलाना चाहुँ तुम्हे जितना उतना आँखों में उतरती जाती हो, दूर जाकर भी तुम मेरे धड़कन में समाती जाती हो, क्या है क्यों है कैसे है इतनी मोहब्बत तुमसे हमे की, जितना उतारूं तुम्हे तुम उतना दिल में बढ़ती जाती